अगर आप फोटोग्राफी के फील्ड में नए हैं तो अक्सर आपको ब्लरी फोटो (Blurry Photo) यानी धुंधली और अनशार्प फोटो की समस्या से जूझना पड़ता होगा। तस्वीर धुंधली या Blurry होने के कई वजहें होती हैं, लेकिन इस आलेख का विषय है Camera Shake (कैमरा के हिलने) और सब्जेक्ट की गति के कारण होने वाले Motion Blur की वजह से तस्वीरों का धुंधला आना। इस आर्टिकल में हम जानेंगे Camera Shake और Motion Blur से बचने के उपाय क्या हैं।
कैमरा शेक और मोशन ब्लर से कैसे बचें – Camera shake & Motion Blur in Hindi
फोटो ब्लर होने यानी धुंधली फोटो आने का सबसे बड़ा कारण होता है फोटो लेते वक्त कैमरे का हिलना या सब्जेक्ट का मोशन। कैमरा के हिलने या सब्जेक्ट के हिलने–डुलने या उसमें मोशन होने से होता यह है कि रिफ्लेक्ट होकर कैमरे में आने वाली किरणें डेविएट हो जाती हैं जिस कारण में फोटो के ब्लर होने या धुंधली आने की समस्या होती है। इस तरह से गति के कारण फोटो धुंधला आने को मोशन ब्लर (Motion Blur) कहा जाता है।
इससे बचने के लिए सबसे पहला उपाय तो यह है कि हम कैमरे और सब्जेक्ट दोनों को ही हिलने-डुलने से बचा लें। यदि आप स्टूडियो के कंट्रोल्ड कंडीशन में काम करते हैं अथवा स्थिर वस्तु या स्थिर व्यक्ति की फोटो लेते हैं तो ऐसा पॉसिबल हो जाता है। क्योंकि, यहां आप अपने सब्जेक्ट को स्थिर रख सकते हैं और कैमरे को हिलने से बचाने के लिए ट्राइपॉड इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन आम जीवन की व्यावहारिक परिस्थितियों में ऐसा संभव नहीं होता। अक्सर आपके सब्जेक्ट गतिशील होते हैं और आप हमेशा ट्राइपॉड इस्तेमाल नहीं कर सकते।
कैमरा शेक – कैमरा हिलने की वजह से मोशन ब्लर (Motion Blur) : Camera Shake
फोटो खींचते वक्त कैमरा हिल जाने के कारण होने वाले मोशन ब्लर से बचने का आसान तरीका है यह फॉर्मुला-
Shutter Speed => 1/(Focal Lenth X Crop Factor) रखना।
आइए इसे समझें-
जिस फोकल लेंथ पर शूटिंग की जा रही हो उसे कैमरा के क्रॉप नंबर से मल्टीप्लाइ कीजिए। जैसे, यदि आप 50mm फोकल लेंथ पर Dx फॉर्मेट वाले Nikon DSLR कैमरे से शूट कर रहे हैं तो 50 x 1.5 = 75 होता है (निकॉन Dx डीएसएलआर कैमरे का crop factor 1.5 होता है)। यानी, आप कैमरे की शटर स्पीड कम से कम 1/75 sec. रखेंगे तो फ़ोटो में कैमरे के हिलने के कारण होने वाला धुंधलापन नहीं आएगा।
इसी तरह यदि आप 50mm फोकल लेंथ पर Dx फॉर्मेट canon DSLR कैमरे से शूट करते हैं तो आपको 50 x 1.6 करना होगा, क्योंकि कैनन Dx डीएसएलआर कैमरे का crop factor 1.6 होता है। इस तरह आपको यहां अपनी शटर स्पीड कम से कम 1/80sec. रखनी होगी (क्योंकि, 50 x 1.6 = 80 होता है)।
लेकिन, यदि आप 50mm फोकल लेंथ पर कोई भी full frame डीएसएलआर इस्तेमाल करते हैं तो आपको अपनी शटर स्पीड कम से कम 1/50 sec. जरूर रखनी चाहिए क्योंकि फुल फ्रेम कैमरे का क्रॉप फैक्टर 1 होता है। तो, इस तरह 50 x 1 = 50 ही होगा।
आपके लिए और भी शेफ तरीका यह होगा कि इस फॉर्मुले से निकलने वाली शटर स्पीड से आप अपनी शटर स्पीड को कम से कम 1 स्टॉप ज्यादा फास्ट रखें।
ऊपर हमने जिस फार्मुले का इस्तेमाल किया वह शूटिंग के वक्त कैमरे के साधारण हिलने (shake) के लिए प्रभावी है। लेकिन जब आप किसी तेजी से चलती गाड़ी से शूट करते हैं तो यह फार्मुला काफी नहीं होगा। उस परिस्थिति में आपके लिए आगे एक्सप्लेन किए गए Subject Motion वाला टॉपिक उपयोगी होगा।
सब्जेक्ट के मोशन या चलती गाड़ी से फोटो लेने पर मोशन ब्लर (Subject Motion Blur)
जब आपका सब्जेक्ट कोई स्थिर वस्तु या मॉडल न हो तो आपकी फ़ोटो पर सब्जेक्ट के मोशन का इफेक्ट पड़ता है। यह केवल सब्जेक्ट का मोशन हो सकता है या चलती गाड़ी से शूट करने की स्थिति में कैमरे और सब्जेक्ट का Relative Motion हो सकता है। यह स्थिति हवा के झोंकों से हिलता हुआ फूल, उड़ती चिड़िया, दौड़ता हुआ बच्चा, चलती हुई कार के रूप में आपका सब्जेक्ट हो सकता है या फिर फ़ोटोग्राफर का चलती गाड़ी पर सवार होकर शूट करने की स्थिति हो सकती है।
इन स्थितियों में मोशन ब्लर को रोकने के लिए आपको मोशन के हिसाब से शटर स्पीड चुनना होगा। जैसे, साधारण स्पीड पर घूमते पंखे की बिना मोशन ब्लर तस्वीर पाने के लिए 1/600 सेकेंड या उससे अधिक शटर स्पीड सेट किया जा सकता है। तेज भागते जानवर या बड़ी चिड़िया के मोशन को 1/800 सेकेंड या उससे अधिक शटर स्पीड पर फ्रीज किया जा सकता है।
छोटी चिड़ियों के अचानक उड़ने की गति को फ्रीज करने के लिए 1/1200 – 1/2000 सेकेंड की शटर स्पीड रखना पड़ सकता है, जबकि आसमान में आराम से ग्लाइड करते बाज के मोशन को 1/800 सेकेंड के शटर स्पीड से नीचे भी फ्रीज किया जा सकता है।
‘मोशन फ्रीज’ के लिए गति वाली किस स्थिति में कितनी शटर स्पीड रखनी चाहिए यह आप लगातार प्रैक्टिस करते हुए धीरे-धीरे खुद से समझ पाएंगे।