आधुनिक DSLR कैमरे में तीन मीटरिंग मोड्स होते हैं- 1. Matrix Metering (Nikon), Evaluative Metering (Canon) 2. Center Weighted Metering और 3. Spot Metering. ये तीन प्रकार के Metering Mode इमेज के तीन अलग-अलग एरिया पर पड़ने वाली लाइट को सेंस कर मीटरिंग तय करते हैं।
> मीटरिंग मोड क्या है? Camera Metering Modes in Hindi प्रायः, जब तक हम मोबाइल फोन या प्वाइंट & शूट कैमरे से फोटो लेते हैं हमारी सारी फोटोग्राफी Auto मोड में होती है। ऑटो मोड में यह होता है कि कैमरे को सब्जेक्ट के सामने रखा …
मिररलेस कैमरा (Mirrorless Camera) का परिचय : What is mirrorless camera in hindi? तकनीकी रूप से कोई भी कैमरा जिसमें मिरर का इस्तेमाल नहीं किया गया हो मिररलेस कैमरा (Mirrorless Camera) कहलाता है। कई दशक पहले भी ऐसे कैमरे होते थे जिनमें मिरर नहीं था। लेकिन, …
फोटोग्राफी में व्हाइट बैलेंस (White Balance)/ WB, या कलर बैंलेंस (colour balance) पर बहुत कम लोग ध्यान देते हैं। अपर्चर, शटरस्पीड और ISO के बाद फोटो के बनने-बिगड़ने में सबसे बड़ा हाथ व्हाइट बैलेंस का होता है। अपर्चर, शटरस्पीड और ISO से फोटो का एक्सपोजर निर्धारित …
फोटोग्राफी में आईएसओ (ISO) या कैमरा ISO : एक्सपोजर ट्राएंगल (Exposure Triangle) का तीसरा स्तंभ! कैमरा आईएसओ (ISO) फोटोग्राफी में ‘एक्सपोजर ट्राएंगल ‘का तीसरा महत्वपूर्ण फैक्टर ! फ़ोटोग्राफी में इमेज का ब्राइट या डार्क होना एक्सपोजर (exposure) पर निर्भर करता है। इस एक्सपोजर को निर्धारित करने वाले चार …
फोटोग्राफी में अपर्चर (Aperture) : एक्सपोजर ट्राएंगल (Exposure Triangle) का पहला स्तंभ! फोटोग्राफी में लेंस का अपर्चर (Aperture)-‘एक्सपोजर ट्राएंगल ‘का सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर हैैै!तस्वीर को फोटोजेनिक इफेक्ट देने में सबसे बड़ी भूमिका लेंस के अपर्चर की होती है!! फ़ोटोग्राफी में इमेज का ब्राइट या डार्क होना …