फोटोग्राफी देखने की कला है। या यूं कहें कि फोटोग्राफी हमें देखना सिखाती है। हमारी ली हुई तस्वीर इस बात पर निर्भर करती है कि हमने चीजों को दरअसल देखा कैसे। चीजों को देखने का हमारे नजरिए से ही हमारी तस्वीर अपनी पहचान बनाती है। एक ही ऑब्जेक्ट को अलग-अलग नजरिए से देखना तस्वीर में अलग-अलग संदेश दे सकता है।
याद रखें कैमरा बस एक साधन है, एक टूल है जिसके कुशल इस्तेमाल से आप तस्वीर बनाते हैं। आपके पास कितना महंगा कैमरा है इससे आपके तस्वीर की क्वालिटी तय नहीं होती।
आपके अंदर चीजों को देखने का जज्बा होना चाहिए, कुछ अलग तरीके से देखने का। फोटोग्राफर चीजों को उस तरह नहीं देखता जिस तरह एक आम आदमी देखता है। आपको सादे तरीके से नहीं देखकर, कुछ खास तरीके से देखने की कला अपने अंदर विकसित करनी होगी। तभी आपकी तस्वीर व्यूअर की निगाहों को आकृष्ट करेगी और हजारों-लाखों तस्वीरों के बीच अपनी अलग पहचान बनाएगी।
Wish you all the best for your unending photographic journey.. & wish you all the best on World Photography Day!