DSLR की तस्वीर मोबाइल फोन की तुलना में अच्छी क्यों आती है या DSLR की तुलना में मोबाइल की फोटो अच्छी क्यों नहीं आती है – ये सवाल हममे से कईयों के मन में जरूर उठते होंगे। आइए आज इस आलेख में हम इसी पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
DSLR की तुलना में मोबाइल की फोटो अच्छी क्यों नहीं आती : Image Sensor (इमेज सेंसर) की साइज सबसे बड़ा कारण
मोबाइल फोन से DSLR की तस्वीर इसलिए अच्छी होती है क्योंकि DSLR का Image Sensor बड़ा होता है। डिजिटल कैमरे की इमेज क्वालिटी सबसे ज्यादा उसके Image Sensor की साइज (एरिया या क्षेत्रपर) पर निर्भर करती है। इमेज सेंसर की साइज वह फैक्टर है जो मोबाइल फोन और डीएसएलआर की तस्वीरों में जमीन आसमान का तकनीकी अंतर पैदा करता है।
दरअसल डिजिटल फोटो Pixel (पिक्सल) से बनती हैं। डिजिटल कैमरे के इमेज सेंसर के ये Pixel नन्हें इलेक्ट्रॉनिक लाइट सेंसिंग यूनिट होते हैं। पिक्चर की क्वालिटी इमेज सेंसर में मौजूद Pixel की संख्या के साथ-साथ Pixel की साइज पर भी निर्भर करती है। यदि हम इमेज क्वालिटी को Q, पिक्सल की संख्या को N और उसके पिक्सल के साइज को S मानें तो-
Q = N x S, यानी पिक्चर क्वालिटी पिक्सल की संख्या और उसके साइज के मल्टीपल (गुणनफल) के बराबर होगी।
[यह गणित मोटे तौर पर समझने में मदद के लिए है। दरअसल, पिक्सल साइज और उनकी संख्या का एल्गोरिदम फाइनल इमेज क्वालिटी को कई तरह से प्रभावित करता है। व्यावहारिक तौर पर पाया जाता है कि समान साइज के इमेज सेंसर में पिक्सल की अधिक संख्या फोटो में डीटेल्स तो बढ़ाती है लेकिन इससे तस्वीर में नॉइज भी बढ़ जाती है।]
मान लीजिए 1 इंच लंबे और 1 इंच चौड़े एक इमेज सेंसर में 1000 Pixels हैं। अब यदि उन Pixels को निकालकर उसी सेंसर में 1,00,000 Pixels ठूंस दिए जाएं तो क्या होगा? बेशक Pixels की संख्या तो बढ़ गई, लेकिन उनका सम्मिलित एरिया यानी उस इमेज सेंसर का क्षेत्रफल वही रहा।
मोबाइल फोन निर्माता अपना प्रॉडक्ट बेचने के लिए ग्राहकों को मेगापिक्सल का झांसा देते हैं। आप फोन के स्पेसिफिकेशन में उसके कैमरे के मेगापिक्सल पर नजर डालते हैं और भ्रम में पड़ जाते हैं। आपको लगता है- वाह, कितना अधिक मेगापिक्सल है! इससे कमाल की तस्वीरें आएंगी। लेकिन आप जानिए कि 13 मेगापिक्सल और 16 मेगापिक्सल केवल आकर्षक संख्याएं हैं। एक 8 मेगापिक्सल का डीएसएलआर भी 16 मेगापिक्सल के किसी मोबाइल फोन की तुलना में ज्यादा बेहतर इमेज क्वालिटी देता है। [1 megapixel = 10,00000 pixels]
मोबाइल फोन के इमेज सेंसर की साइज लगभग 6.17mm x 4.55 mm (सैमसंग गैलेक्सी स्मार्ट फोन) होती है, जबकि एक फुल-फ्रेम डीएसएलआर का इमेज सेंसर 36mm x 24mm साइज का होता है। क्षेत्रफल, यानी एरिया के रूप में बात करें तो DSLR का ईमेज सेंसर फोन कैमरे की तुलना में लगभग 31 गुना बड़ा होता है। अब आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं- कहां मोबाइल कैमरा और कहां DSLR कैमरा!
बड़ा Image Sensor अधिक डीटेल और क्लैरिटी देता है। बड़ा Image Sensor छोटे Image Sensor की तुलना में अधिक लाइट रिसीव करता है, इसलिए बड़े इमेज सेंसर वाले कैमरे से कम रोशनी में भी बढ़िया तस्वीरें लेना संभव होता है।
Image Sensor जितना बड़ा होता है, तस्वीर को उतना अधिक shallow Depth of Field मिलता है। इसलिए, बड़े इमेज सेंसर वाले कैमरे से तस्वीर में प्लेन बैकग्राउंड पाना आसान होता है। आपने देखा होगा मोबाइल फोन के कैमरे से प्लेन बैकग्राउंड वाली वैसी तस्वीरें नहीं आ पातीं जैसी DSLR से आती हैं।
याद रखिए, मोबाइल फोन का कैमरा या कम्पैक्ट कैमरा कितना भी मेगापिक्सल का दावा करे लेकिन उनकी पिक्चर क्वालिटी DSLR का मुकाबला नहीं कर सकती। हाल ही में लॉन्च हुए Redmi Note 7 Pro मोबाइल फोन के अंदर 48 Mega Pixels का कैमरा है, लेकिन इसका सेंसर साइज वही है जो आम तौर पर किसी भी मोबाइल फोन में हो सकता है। इसलिए, इसकी पिक्चर क्वालिटी एक 16 Mega Pixels वाले डीएसएलआर की पिक्चर क्वालिटी की तुलना में कहीं नहीं टिकती!
डीएसएलआर के लेंस : बड़े और रियल लेंस
मोबाइल फोन की तुलना में डीएसएलआर से अच्छी तस्वीर आने का दूसरा सबसे बड़ा कारण है बड़े और वास्तविक लेंसों का उपयोग। फोन कैमरे में बहुत छोटे लेंस का इस्तेमाल किया जाता है। जाहिर सी बात है, छोटे लेंस से होकर इमेज सेंसर को लाइट की कम मात्रा मिलेगी। इसका असर तस्वीर की क्वालिटी पर जरूर पड़ेगा। आम तौर पर, फोन कैमरे के लेंस की क्वालिटी भी साधारण होती है।
दूसरी ओर डीएसएलआर के लेंस साइज में बड़े होते हैं। ये लेंस इस अर्थ में रियल होते हैं कि वे एक स्वतंत्र डिवाइस की तरह होते हैं और अलग-अलग जरूरतों के हिसाब अलग-अलग बने होते हैं। डीएलएलआर के लेंस दरअसल कई सिंगल लेसों का एक कंपाउंड सेट होता है। ये लेंस क्वालिटी में काफी बढ़कर होते हैं और इसलिए महंगे भी।
डीएसएलआर में तस्वीर लेने की सहूलियत और सुपीरियर टेक्नोलॉजी
डीएसएलआर डेडीकेटेड रूप से केवल फोटोग्राफी के लिए बनाया गया डिवाइस है। जबकि, मोबाइल बेसिकली एक फोन ही तो है जिसमें कैमरा केवल एक एक्स्ट्रा फीचर है! स्वाभाविक है, डीएसएलआर को ऐसी टेक्नोलॉजी और फैसिलीटीज से लैस किया गया होता है कि वह फोटोग्राफी के अपने एकमात्र काम को सुपर तरीके से अंजाम दे सके। इसलिए डीएसएसएलआर से फोटो लेने की सहूलियत कभी भी मोबाइल फोन के कैमरे से नहीं मिल सकती।
तो, मोबाइल फोन से DSLR की तस्वीर अच्छी होने के ये सब कारण होते हैं। लेकिन यह बात भी अपनी जगह पर उतनी ही सही है कि सबसे अच्छी तस्वीर आप उसी डिवाइस से ले सकते हैं जो सही वक्त पर आपके पास हो।
जाहिर है, डेली लाइफ में हम डीएसएलआर उठाए हर जगह नहीं जा सकते। लेकिन, मोबाइल फोन अपने नन्हें से कैमरे के साथ हमारी जेबों में या पर्स में हमेशा मौजूद रहते हैं, जिनकी मदद से हम अपने आस-पास जीवन के फिसलते हुए अनमोल क्षणों को बखूबी यादगार बना सकते हैं!