पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित महान फोटोग्राफर रघु राय का नाम दुनिया के दुनिया के विशिष्ट फोटोग्राफर्स में शुमार है। भारत में स्ट्रीट फोटोग्राफी और फोटोजर्नलिज्म के क्षेत्र में उनका काम उन पदचिह्नों की तरह है जिन पर चलकर कोई भी कैमरा-प्रेमी फोटोग्राफी के इस मानवीय क्षेत्र में उंचे मुकाम छूना चाहेगा। 1977 में न्यूयॉर्क स्थित प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय फोटोग्राफिक संस्था मैग्नम फोटोज के एक मात्र भारतीय मेंबर के रूप में उनका चयन स्वयं हेनरी कर्टियर ब्रेसों ने किया। 2014 से पहले तक मैग्नम फोटोज में रघु राय के अलावा दूसरा कोई भारतीय फोटोग्राफर शामिल नहीं था।
महान फोटोग्राफर रघु राय का जीवन और कथन
अविभाजित भारत में पंजाब के झांग (अब पाकिस्तान) में 1942 में रघु राय चौधरी के रूप में पैदा हुए रघु राय चार भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। विभाजन के बाद उनका परिवार भारत आ गया। रघु राय ने अपना करियर दिल्ली में सिविल इंजीनियर के रूप में शुरू किया, लेकिन इनका मन उस पेशे में नहीं लगा।
1962 में इन्होंने अपने बड़े भाई और उस समय के जाने-माने फोटोग्राफर एस. पॉल से फोटोग्राफी सीखनी शुरू की। 1966 में उन्होंने फोटोग्राफर के रूप में ‘द स्टेट्समैन’ अखबार जॉइन किया जहां उन्होंने बतौर चीफ फोटोग्राफर 10 साल यानी 1976 तक काम किया।
1971 का युद्ध,बांग्लादेश की आजादी, शरणार्थी समस्या और पाकिस्तानी सैनिकों का आत्मसमर्पण पर उनके विलक्षण काम के लिए भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया। वह ‘इंडिया डुडे’ पत्रिका से 10 वर्षों (1982-1992) तक डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी के रूप में जुड़े रहे।1990-1997 वह वर्ड प्रेस फोटो के ज्यूरी रहे।
फोटोग्राफर रघु राय : बायोग्राफी और Quotes in Hindi
श्री राय ने भारत का अध्ययन बड़ी गहराई से किया है। उनकी तस्वीरों में भारत की आत्मा महसूस की जा सकती है। उनकी तस्वीरें भारत की पिछली आधी शताब्दी का इतिहास दर्शाती हैं। पिछली आधी शताब्दी के दौरान देश में घटित होने वाली महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं को उन्होंने अपने कैमरे में दर्ज किया है। इंदिरा गांधी, मदर टेरेसा, एम.एस सुब्बुलक्ष्मी सहित अनेक समकालीन हस्तियों के जीवन को भी उन्होंने तस्वीरों में उतारा है।
अपनी तस्वीरों पर आधारित रघु राय ने 18 से अधिक पुस्तकों की रचना की है। जिनमें प्रमुख हैं- ‘रघु राय की दिल्ली’, ‘द सिख’, ‘ताजमहल’, ‘कलकत्ता’, ‘खजुराहो’, ‘तिब्बत इन एक्जाइल’ (निर्वासित तिब्बत), ‘मदर टेरेसा’, ‘अ डे इन द लाइफ ऑफ इंदिरा गांधी’। “Raghu Rai’s India: Reflections in Colour” और “Raghu Rai’s India: Reflections in Colour” उनकी सबसे महत्वपूर्ण और चर्चित रचनाएं हैं।
उनके फोटो आलेख दुनिया के तमाम नामचीन पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहे हैं। इंडिया टुडे में काम करते हुए उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण संगठन ‘ग्रीनपीस’ के लिए 1984 के भोपाल गैस त्रासदी पर बहुत ही गहन डॉक्युमेंट्री तैयार की। भोपाल गैस कांड की इनकी तस्वीरों ने दुनिया में तहलका मचा दिया। गैस पीड़ितों को न्याय दिलाने में ये तस्वीरें अप्रत्यक्ष रूप से मददगार साबित हुईं।
2019 में रघु राय अकैडमी डि बू आर्ट्स (Acadmie des beaux-arts) की ओर से शुरु हुए 1,20,000 यूरो के प्रतिष्ठित विलियम क्लेन (William Klein) पुरस्कार के पहले विजेता के रूप में सम्मानित किए गए।
रघु राय के कोट्स : Raghu Rai’s Quotes in Hindi
क्रिएटिव फोटोग्राफर वह है जो मिस्ट्री कैप्चर करता है या चीजों का रहस्य खोलता है, बाकी चीजें तो बस यूं ही हैं। -रघु राय
“A creative photographer is one who either captures mystery or reveals things, everything else is useless.” -Raghu Rai
“Non-professional photographers should begin clicking portraits as it teaches them to connect with emotions better than juggling between doing overambitious pictures.” -Raghu Rai
“I feel that to be successful in any profession, you need to be passionate and eager to experiment. If photography is your interest, traveling will help you a great deal, as you would get to experiment and learn.” -Raghu Rai
“Photography is a struggle to respond to the situation and realize its importance. Death and life don’t wait for anyone. One has to understand this hidden meaning before picking up a camera.” -Raghu Rai
“If your mind is not connected to what you are shooting then you are not a good photographer.” -Raghu Rai
“Skills are never taught, they are acquired. I can give you a camera, but can’t feed your vision.” -Raghu Rai
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