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DSLR कैमरे की खूबियां : Pros & Cons of DSLR in Hindi

why DSLR camera? in hindi

DSLR कैमरे की खूबियां : DSLR कैमरे के features और usefulness – Pros & Cons of DSLR camera in Hindi

डीएसएलआर (DSLR) कैमरों की सबसे बड़ी खूबी यह है कि आप उनसे हर तरह की फोटोग्राफी कर सकते हैं। इसके लिए आपको बस जरूरत के हिसाब से लेंस बदलना होता है और डीएसएलआर के दुनिया में हर टाइप की फोटोग्राफी के लिए अलग-अलग लेंस उपलब्ध हैं! यहां, अच्छी बात यह है कि इन लेंसों पर खर्च किया पैसा लाइफ टाइम इनवेस्टमेंट की तरह होता है, क्योंकि ये लेंस हमेशा काम करते हैं, कभी पुराने पड़कर बेकार नहीं होते।

डीएसएलआर कैमरों की दूसरी बड़ी खूबी है उनकी पिक्चर क्वालिटी और low light परफॉर्मेंस है। कम रोशनी में भी अच्छी तस्वीरें खींचने के लिए इनसे बढ़िया दूसरे कैमरे नहीं! आइए, जानते हैं क्या हैं DSLR कैमरे की खूबियां और खामियां [pros & cons of DSLRs]?

DSLR कैमरे की खासियत – usefulness of DSLR camera in Hindi

DSLR और लेंस


डीएसएलआर (DSLR) कैमरे की खूबियां [pros of a DSLR]

(i) बेहतरीन पिक्चर क्वालिटी

DSLR कैमरे का इमेज सेंसर (Image Sensor) साइज बड़ा होता है (कम्पैक्ट पॉइंट & शूट कैमरे और मोबाइल कैमरे की तुलना में कम से कम 10 गुना बड़ा सेंसर एरिया)। बड़े सेंसर के कारण फोटो क्वालिटी अच्छी होती है। बेहतरीन पिक्चर क्वालिटी वह सबसे बड़ा फैक्टर है जो इसे ‘डिजिटल कॉम्पैक्ट यानी ‘प्वाइंट एंड शूट’ कैमरों से अलग खड़ा करता है।

(ii) बेहतरीन लो लाइट (low light) कैपसिटी

साधारण कम्पैक्ट कैमरे लो लाइट यानी कम रोशनी की स्थिति में अच्छी तस्वीरें नहीं ले पाते हैं। लेकिन, DSLR इस मामले में भी सुपर्ब होते हैं। आज के डीएसएलआर, चाहे वे nikon, canon, sony या किसी भी ब्रांड के हों, उनकी लो लाइट कैपसिटी आपकी जरूरतों से बढ़कर होती है।

(iii) खुद से फोकस पॉइंट सेट करने की सुविधा

DSLR कैमरों के ऑटो फोकस फीचर्स कमाल के होते हैं। फ्रेम के मनचाहे ऑब्जेक्ट पर फोकस करना एक अच्छा फोटोग्राफ लेने के लिए बेहद जरूरी होता है। प्रायः पॉइंट & शूट कैमरे यह काम नहीं कर पाते। लेकिन, DSLR कैमरे में आप तय कर सकते हैं कि सीन के अंदर कहां किस चीज पर फोकस करना है।

(iv) जरूरत के हिसाब से लेंस चुनने की आजादी

याद रखिए, परफेक्ट फोटो के लिए आपको अलग-अलग फोटोग्राफिक सिचुएशन में अलग-अलग लेंस की जरूरत पड़ेगी। एक बार DSLR लेकर आप उसमें जीवन भर अपनी बदलती जरूरत या शौक के अनुसार मनचाहे लेंस इस्तेमाल कर सकते हैं। लेंस कभी पुराना नहीं पड़ता। एक बार खरीदा हुआ लेंस लाइफ-टाइम इनवेस्टमेंट होता है।

(v) फास्ट शटर स्पीड

DSLR कैमरे की तेज शटर स्पीड आपको गतिशील चीजों यानी मूविंग सब्जेक्ट्स को फ्रीज करने की सुविधा देती है। उड़ती चिड़िया, तेजी से गुजरी गाड़ी, खेलता हुआ बच्चा, भागते हुए जानवर जैसे सब्जेक्ट्स की अच्छी तस्वीरें आप बिना मोशन ब्लर (motion blur) के ले सकते हैं।

(vi) मनमाफिक तरीके से फोटो लेने की पूरी आजादी : फुल क्रिएटीविटी

DSLR कैमरे के फीचर्स और इस्तेमाल किए जाने वाले लेंस की खूबियों के बल पर आप लगभग किसी भी तरह की तस्वीर लेने के लिए आजाद होते हैं। यानी, आपका फोटो-निर्माण पर पूरा कंट्रोल होता है। आप अपनी मर्जी के अनुसार एक्सपोजर सेट करें, फोकस पॉइंट चुनें, डेप्थ ऑफ फील्ड (depth of field) कंट्रोल करें, मोशन ब्लर करें या मोशन फ्रीज़ करें- सब आपके हाथों में होता है। यानी, आपके पास फुल क्रिएटीविटी होती है!

इतनी सारी DSLR कैमरे की खूबियां जान लेने के बाद आइए जानें कि क्या इनमें कुछ कमियां भी हैं?

DSLR कैमरे की विशेषताएं – usefulness of DSLR camera in Hindi

DSLR कैमरे की कमियां – cons of a DSLR

सच पूछा जाए तो डीएसएलआर (DSLR) कैमरे में कोई ऐसी खामी नहीं है जिसकी वजह से आपको इसका विकल्प ढूंढ़ना पड़े। यही वजह है कि आज के फोटोग्राफिक जगत में इनका इस्तेमाल पेशेवर और गंभीर शौकीन फोटोग्राफरों द्वारा सबसे अधिक किया जाता है। लगातार किए जा रहे सुधारों से डीएसएलआर कैमरों में खूबियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। कहने के लिए, फिर भी दो ऐसे फील्ड्स हैं जहां इनमें और आविष्कारों की जरूरत हैं-

DSLR लेंसों का जख्रीरा

(i) लेंस बदलने का झंझट

डीएसएलआर (DSLR) कैमरा से यदि आप हर तरह की फोटोग्राफी करने का शौक रखते हैं और परफेक्ट फोटो चाहते हैं तो आपके लिए हमेशा बैग भरकर लेंस ढोने की जरूरत बनी रहती है। ऐसी तकनीक अभी आनी बाकी है कि एक ही लेंस कई प्रकार के सिचुएशन में इस्तेमाल के लिए एडजस्ट किया जा सके।

(ii) कैमरे और लेंस का सम्मिलित वजन

यूं तो डीएसएलआर कैमरा खुद भी वजनी होता है (खासकर फुल फ्रेम fx मॉडल), लेकिन लेंस के साथ मिलकर तो बात ही कुछ और हो जाती है। यदि आप वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के शौकीन हैं तो आपको भारी-भरकम टेलीफोटो लेंस का इस्तेमाल करना ही पड़ेगा। 500mm या उससे अधिक फोकल लेंथ (focal length) के लेंस इतने वजनी होते हैं कि ट्राइपॉड पर टिकाए बिना इनका इस्तेमाल करना आम तौर पर मुश्किल होता है। हालांकि, कंपनियां नई-नई तकनीक लेकर आ रही हैं और लेंस के वजन में धीरे-धीरे कमी लाई जा रही है।

तो हमने देखा, कैमरे की दुनिया में आज डीएसएलआर कैमरों का कोई मुकाबला नहीं। डीएसएलआर तकनीक ने हर तरह की फोटोग्राफी को एक आम यूजर के लिए भी संभव बना दिया है। पिक्चर क्वालिटी के लिहाज से भी ये बेहतरीन कैमरे हैं। जरूरत के हिसाब से आप इनमें बिगनर्स, सेमी-प्रोफेशनल या प्रोफेशनल मॉडलों का चयन कर सकते हैं।

डीएसएलआर (DSLR) कैमरा किसे खरीदना चाहिए?

White-capped Redstart, Uttarakhand f/5.6, 1/500sec, ISO-2000 बेहद कम रोशनी में हिमालय की इस छोटी सी चिड़िया का 10 मीटर दूर से ली गई यह तस्वीर डीएसएलआर कैमरे के बिना संभव नहीं होती!

यदि आप फोटोग्राफी को लेकर गंभीर हैं, आप फोटोग्राफी को एक सीरियस हॉबी के रूप में देखते हैं, आपका रुझान वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी की तरफ है, आप low light वाली परिस्थितियों में कलात्मक तस्वीरें लेना चाहते हैं, आपकी रुचि के विषय गतिशील चीजें हैं और यदि आपके मन में फोटोग्राफी से पैसे कमाने की लालसा है या आपके लिए आगे चलकर इसे प्रोफेशन के रूप में अपनाने की जरा भी संभावना है, तो आपको DSLR कैमरा लेना चाहिए।

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